



नागपुर उच्च न्यालय के बेंच ने संघर्ष समिति के रिट पेटीशन को डिसमिस किया । संघर्ष समिति ने उच्च न्यालालय पर एक रिट लगाया था जिस के माद्यम से यह अनुरोध किया गया था की उनके २०१० के मेम्बरशिप का वेरिफिकेशन अन्य ट्रेड युनियन का मेम्बरशिप जैसे करना चाहिए । समिति यह भी अनुरोध किया की वे को ली के सारे समितियों में उनको बगिदारी देना चाहिए । वे को ली के साथ साथ समिति ने चारों युनियन को भी पार्टी बनाया था जिस में बी एम् एस , इन्तुक , एटक और एच एम् एस शामिल था । इस पेटीशन का विरोध में वे को ली और चारों युनियन अपने वकीलों को लगाया था । पेटीशन को सुनने के बाद उच्च न्यायलय ने उसे रद्द कर दी । यह संघर्ष समिति के लिए दूसरा झटका स्थापित हुआ । संगर्ष समिति को अब मालुम हुआ होगा की मजदूरों के आंख में ज्यादा दिन धुल जोख कर जिंदा नहीं रह सकता । अब मजदूर संघर्ष समिति से बहुत दूर हो गया हैं ।
No comments:
Post a Comment